Monday, December 21, 2009

(११)

तेरे अधरों का रस पहले,
या पहले आयी थी हाला;
मानव पहले मदिरा पीकर,
या तुझको छू था मतवाला।

हूँ असमंजस में; सच कहता हूँ,
पीकर मदिरा का प्याला;
हो तुम जन्मी मधुशाला से,
या तुमसे जन्मी मधुशाला।

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