Wednesday, December 23, 2009

(३८)

उस गली न कभी गया हूँ मैं,
जिस गली न मिलता हो प्याला;
वह सड़क नहीं देखी मैंने,
हो नहीं जहाँ साकीबाला।

उस घर में नहीं कदम रक्खा,
हो जहाँ न कोई मतवाला;
ऐसे न शहर का नाम सुना,
हो जहाँ न कोई मधुशाला।

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