आरति कर श्री मधुशाला की,
हाला, बाला औ' प्याला की।
गावत विधि-हरि-हर-मुनि-नारद,
पैगम्बर व मसीह विशारद,
बुद्ध करत आरति हाला की।
पीते देव, असुर सब मिलकर,
ऋषि, मुनि, नर भी पीते छककर,
करते सब जय-जय प्याला की।
ऐ मदिरे तू घृणा नाश कर,
प्रेम रूप धर हृदय वास कर,
जय बोलो साकीबाला की।
ऐ हाले तू धर्म मिटा दे,
मानवता का दीप जला दे,
जय बोलें सब मधुशाला की।
Wednesday, December 23, 2009
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
aapki 0 me se 15 rachnaye padi...kisi din sari paduga. bahut sundar rachnaye, padna shuru karo to khatm krnek baad hi uthate h.
ReplyDeleteaapki saari rachanaye padhi .....baht achchha likhte hai aap.........vaakai kamaal hai aap
ReplyDeleteआज आपकी रचना मधुशाला पढ़ी, बहुत अच्छा लगा पढ़कर...तारीफ के काबिल है
ReplyDeletehttp://veenakesur.blogspot.com/
मधुशाला को
ReplyDeleteऐसे रूप में पढ़ कर
अछा महसूस हुआ ...
तारीफ के काबिल है आपकी मधुशाला| धन्यवाद|
ReplyDeleteऐ मदिरे तू घृणा नाश कर,
ReplyDeleteप्रेम रूप धर हृदय वास कर,
जय बोलो साकीबाला की।
ऐ हाले तू धर्म मिटा दे,
मानवता का दीप जला दे,
जय बोलें सब मधुशाला की
waah bahut acchi rachna
बहुत खूब...
ReplyDeleteमधुशाला पर सुन्दर रचना .. सादर
sahi lankaa lagaa rakhi hai aapne ji...
ReplyDeletemadhu saalaaa ki....
ok
ReplyDeleteबहुत सुंदर मधुशाला है आपकी!
ReplyDeleteविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
बच्चन जी की मधुशाला तो देखी थी, पर एक सज्जन व्यक्ति को मधुशाला की आरती करते देखकर सुखद आश्चर्य हुआ. आपके इस आरती पात्र में शुभकामनाएँ एवं बधाई सश्रद्धा अर्पित! माता मधु एवं साकी देवी तथा प्याला देव आपकी समस्त कामनाएँ पूर्ण करें!!!
ReplyDeleteऐ हाले तू धर्म मिटा दे,
ReplyDeleteमानवता का दीप जला दे,
जय बोलें सब मधुशाला की।
बहुत सुन्दर. बधाई स्वीकारें
मधु आरती छा गई मन भा गई .
ReplyDeleteVery nice!
ReplyDeleteआपकी पोस्ट बेहद पसंद आई! इसलिए आपको बधाई और शुभकामनाएं!
" मुद्दों पर आधारित स्वस्थ बहस के लिए हमारे ब्लॉग
http://tv100news4u.blogspot.com/
पर आपका स्वागत है!
ऐ हाले तू धर्म मिटा दे,
ReplyDeleteमानवता का दीप जला दे,
जय बोलें सब मधुशाला की।
वाह वाह बहुत ही दिलक्स पंक्तियाँ लिखी हैं ......बधाइयां
आपका मेरे ब्लॉग पर हार्दिक अभिन्दन हैं दीपिका जी
please join my blog
http://rohitasghorela.blogspot.com
मधुशाला पर बंदना और रचना बहुत सुंदर लगी,.....बधाई
ReplyDeleteनई पोस्ट--"काव्यान्जलि"--"बेटी और पेड़"--में click करे.
बहुत सुंदर मधुशाला.....सुन्दर रचना...
ReplyDelete