Monday, December 21, 2009

(९)

अमृत कह दो, जहर कहो,
चरणामृत बोलो या हाला;
कुछ भी कह दो, क्या अन्तर है?
पात्र, कटोरा या प्याला।

हिन्दू कह दो, मुस्लिम कह दो,
कहो इसाई या साकी;
मन्दिर कह लो, मस्जिद कह लो,
चर्च कहो या मधुशाला।

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